Epiphany Soul: A Frozen Revelation – Orenburg’s Icy Baptism Video
Epiphany का मतलब होता है शुद्धिकरण। आम तौर पर इसे इंडिया में पवित्र स्थल गंगा में स्नान करने जैसा है। उसी प्रकार रूस में भी किया जाता है। यह जनवरी महीने के हर साल 19 तारीख को मनाया जाता है।
इसमें रुसी नागरिक बढ़ -चढ़ कर भाग तो लेते ही है, साथ में भारतीय भी हिस्सा लेते है। यह एक पवित्र स्थल होता है। यह एक विशेष प्रकार से नदी में जमी हुई बर्फ को काट कर जगह बनाई जाती है।
जो सभी सावधानी को ध्यान में रख कर बनाया जाता है। जिससे किसी प्रकार का अनहोनी होने के कारण ना बने। दरअसल ये नदी के ऊपर बनाया जाता है जहा बर्फ जमी रहती है। लेकिन जब बर्फ को काट कर हटाया जाता है। उसके बाद नदी का धारा तेज होता है।
जिसके चले बड़े ही सावधानी के साथ इसको बनाया जाता है। इसके साथ ही अन्य सुविधा की व्यवस्था होती है। जैसे किसी को स्नान के बाद किसी प्रकार का समस्या हो तो उसे वही डॉक्टर के द्वारा ट्रीटमेंट किया जा सके, साथ में एम्बुलेंस की भी सुविधा होती। ताकि जरूर के अनुसार उसका उपयोग किया जा सके।
आम तौर पर ऐसी परिस्थिति पर हाइपोथर्मिया होने का खतरा रहा है। हाइपोथर्मिया का मतलब है शरीर का तापमान समान्य तापमान स जायदा नीचे आ जान। यह तब होने का खतरा ज्यादा रहता है। जब लम्बे समय तक ठंडे पानी में रहे।
इतना ही नहीं उस स्नान स्थल पर पहुंचने से पहले आप की और आप के बैग को चेक किया जाता है। यह एक सुरक्षा के साथ -साथ कोई ऐसी पेय पदार्थ ना ले जाये जिसको उस स्थल पे ले जाना मना हो।